एक एहसास है .....
किताबों में सिमटी कोई कहानी नही
लब्जों में बयाँ की गयी कोई जुबानी नही
जिसे जब मन किया बस लिख दिया, वो मनमानी नही
अनगिनत शब्दों में भी बयाँ न कर पाऊ अगर,तो कोई हैरानी नही
यह एक एहसास है, जिसे महसूस करने की कोई मनाही नही ||
अक्सर उगते सूरज की छटाओं में बिखरते नही
ढलते शाम की रोशनी में सिमटे नही
एक एहसास जो किसी के होने न होने से बदलते नही
मन को चाहे लाख मना लू, दिल की धडकने किसी और को सुनती नही ||
कई दफ़ा कोशिश की धडकते दिल को मना करने की
पर चमकते चाँद से भी दाग कभी हटते नही
कुछ पल रुख कही और मोड़कर मंजिल कभी बदलती नही
कोशिशे तमाम कर लू हवाओं के रफ्तार में निकलने की
पर एहसास है जो दिल से कभी फिसलते नही
तुम दूर हो या पास कभी बदलते नही ||
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