चल रहा, तू चलता जा
एक राही बन तू बढ़ता जा
इन गिरते पड़ते कदमों से
कुछ कदम कदम ही बढ़ता जा
उस मंजिल की दिशा लिए
तू एक रेख पर बढ़ता जा
कदम कदम पर रोड़ा है
तू समय समय पर लड़ता जा
संघर्षो से इस बिछे सफर में
उम्मीदों की एक राह पड़ी है
इस राह का तू राही बन
खुद अपनी तकदीर लिखता जा
तू चल रहा राही
बस चलता जा ....
एक राही बन तू बढ़ता जा
इन गिरते पड़ते कदमों से
कुछ कदम कदम ही बढ़ता जा
उस मंजिल की दिशा लिए
तू एक रेख पर बढ़ता जा
कदम कदम पर रोड़ा है
तू समय समय पर लड़ता जा
संघर्षो से इस बिछे सफर में
उम्मीदों की एक राह पड़ी है
इस राह का तू राही बन
खुद अपनी तकदीर लिखता जा
तू चल रहा राही
बस चलता जा ....
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